प्लाज्मा (Plasma) किसे कहते हैं
प्लाज्मा (Plasma) क्या होता हैं से संबंधित यह लेख में पहले आपको यह बता दू की प्लाज्मा (Plasma) द्रव्य की चार मूल अवस्थाओं में से एक अवस्था होती है।रसायन विज्ञान और भौतिक विज्ञान में, प्लाज्मा आंशिक रूप से आयनीकृत एक गैस है, जिसमें इलेक्ट्रॉनों का एक निश्चित अनुपात किसी परमाणु अथवा अणु के साथ बंधे होने के बजाय स्वतंत्र होता है ।
प्लाज्मा में धनावेश और ऋणावेश की स्वतंत्र रूप से गमन करने की क्षमता प्लाज्मा को विद्युत चालक बनाती है, जिसके फल से यह दृढ़ता से विद्युत चुम्बकीय क्षेत्रों से प्रतिक्रिया कर पाता है।
प्लाज्मा के गुण ठोस, द्रव अथवा गैसों के गुणों से काफी उल्टे और विपरीत होते हैं और इसलिए इसे पदार्थ की एक भिन्न अवस्था माना जाता है । प्लाज्मा आमतौर पर, एक तटस्थ - गैस के बादलों का रूप ले लेता है, जैसे सितारों में ।
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प्लाज्मा की पहचान सबसे पहले एक क्रूक्स नली में 1879 मे सर विलियम क्रूक्स द्वारा की गई थी उन्होंने इसे चमकते पदार्थ का नाम दिया था ।
क्रूक्स नली की प्रकृति कैथोड रे की पहचान इसके बाद ब्रिटिश भौतिक विज्ञानी सर जे जे थॉमसन द्वारा 1897 में द्वारा की गयी।
1928 में इरविंग लैंगम्युइर ने इसे प्लाज्मा नाम दिया शायद इसने उन्हें रक्त प्लाविका (प्लाज्मा) की याद दिलाई थी ।
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